हाथियों के झूंड से डरकर अपनी बाइक छोड़ भागते लोगों की वीडियो है पुरानी, नैनीताल नहीं बल्कि यहां की है घटना
- एक महीने पुराना है हाथियों का वीडियो
- बंगाल के सिलीगुड़ी का वीडियो को रहा है वायरल
डिजिटल डेस्क, भोपाल। सोशल मीडिया पर आयदिन जानवरों से जुडीं कई नई वीडियोज यूजर्स द्वारा शेयर की जाती हैं। ऐसा ही एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। जिसमें हाथियों का एक झूंड अचानक ही सड़क के बीचों-बीच आ जाता है। जिन्हें देखकर दो लोग अपनी बाइक वहीं छोड़कर भागते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो को कुछ यूजर्स 9 जून को नैनीताल के रामनगर में सीतावनी रोड की घटना बताकर शेयर कर रहे हैं। लेकिन यह वीडियो नैनीताल का नहीं बल्कि बंगाल के सिलीगुड़ी का है और करीब एक महीने पुराना है।
क्या हो रहा है वायरल?
बता दें फेसबुक पर न्यूज टुडे नेटवर्क नाम के अकांउट ने 13 जून को इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, "नैनीताल के रामनगर में सीतावनी रोड पर शुक्रवार दोपहर को अचानक हाथियों का एक झुंड सड़क पर आ गया। उसी समय एक बाइक में सवार दो लोग भी हाथियों के झुंड के सामने पहुंच गए। हाथियों को देख बाइक चालक हड़बड़ा गया और बाइक नीचे गिर गई। वहां से उन्होंने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई। हाथी भी बाइक की ओर देखे बिना सीधे अपनी राह चलते हुए सड़क पार कर गए। वहां मौजूद किसी शख्स ने यह वीडियो बना ली। जो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रही है।"
वायरल वीडियो की पड़ताल
भास्कर हिंदी ने जब इस वायरल वीडियो की पड़ताल की तो पाया कि ये वीडियो असल में बंगाल के सिलीगुड़ी क्षेत्र का है जिसे तकरीबन एक माह पहले अपलोड किया गया था। जब हमने वीडियो के कीवर्ड को गूगल पर सर्च किया तो हमें 17 मई 2023 को एबीपी न्यूज की वेबसाइट पर वायरल वीडियो से जुड़ी खबर मिली। इंडिया टूडे की रिपोर्ट के अनुसार, "यह घटना बंगाल के सिलीगुड़ी के गावं सुकना की है जहां रास्ते से लोग अपने वाहनों के साथ गुजर रहे थे कि तभी हाथियों का एक झुंड रास्ते से निकलता है जिस बीच दो बाइक सवार हड़बड़ाहट में बाइक से गिर जाते हैं और अपनी जान बचाकर बच निकले। हालांकि इस दौरान हाथियों ने किसी भी शख्स पर हमला नही किया। जिसके बाद वन विभाग ने लोगों को सड़क से निकलते वक्त सतर्क रहने के लिए आग्रह भी किया था।" इसके अलावा अन्य मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी इस वीडियो को सिलीगुड़ी का बताया गया है।
क्या है सच्चाई
हमारी पड़ताल में हमने पाया कि वायरल वीडियो में जो घटना घटित हुई है वो सच है और इस घटना का वीडियो करीब एक माह पहले ही सोशल मीडिया में अपलोड किया जा चुका था। लेकिन अब फिर से सोशल मीडिया पर इस वीडियो को जिस दावे के साथ पेश किया जा रहा है वह गलत है। यह घटना नैनीताल की नहीं बल्कि बंगाल के सिलीगुड़ी जिले की है। जो एक माह पहले की है।